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गूगल I/O में पेश हुआ नया AI वीडियो जनरेटर: क्या बदल देगा फिल्म इंडस्ट्री?

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गूगल I/O में AI की नई पेशकश

गूगल ने अपने वार्षिक डेवलपर्स सम्मेलन, गूगल I/O के पहले दिन, कई अद्भुत AI तकनीकों और स्मार्ट गैजेट्स का अनावरण किया। इनमें से एक प्रमुख AI मॉडल 'फ्लो' है, जो वीडियो निर्माण के लिए एक नई क्रांति लाने का वादा करता है। इस तकनीक की मदद से, कोई भी बिना किसी अभिनेता या निर्देशक के अपनी फिल्म बना सकता है। हॉलीवुड के कई निर्माता भी इस तकनीक का उपयोग कर रहे हैं। गूगल I/O में इस AI मॉडल के बारे में जो जानकारी साझा की गई है, उसके अनुसार, यह आने वाले समय में फिल्म और टीवी उद्योग को पूरी तरह से बदल सकता है। आइए, इस अद्भुत AI के बारे में और जानें।


फ्लो AI की विशेषताएँ

फ्लो, गूगल का नवीनतम वीडियो निर्माण उपकरण है। इसे इस तरह समझा जा सकता है कि आप अपने लिखे शब्दों या तस्वीरों के माध्यम से एक संपूर्ण वीडियो बना सकते हैं। यदि आप इस AI पर कुछ पंक्तियाँ लिखते हैं या कोई फोटो अपलोड करते हैं, तो फ्लो उसे समझकर एक छोटा वीडियो तैयार कर देता है। इसमें गूगल के शक्तिशाली मॉडल Veo 3 और Imagen 3 का उपयोग किया गया है, जिससे बनाए गए वीडियो बेहद वास्तविक लगते हैं। इसमें बैकग्राउंड, आवाज़, और किरदार की हरकतें अपने आप तैयार हो जाती हैं। यह AI विशेष रूप से रचनात्मक व्यक्तियों, यूट्यूबर्स, संपादकों और कंटेंट निर्माताओं के लिए बहुत उपयोगी साबित होगा। वर्तमान में, यह टूल अमेरिका में कुछ विशेष उपयोगकर्ताओं के लिए उपलब्ध है, लेकिन इसे जल्द ही अन्य देशों में भी लाने की योजना है।


गूगल I/O में डेमो का प्रदर्शन

इस कार्यक्रम में इमेजेन, फ्लो और वीओ3 के डेमो प्रस्तुत किए गए। कुछ क्लिप्स भी दिखाई गईं, जो इमेजेन और वीओ3 की सहायता से बनाई गई थीं। इसके अलावा, फ्लो का डेमो भी दिखाया गया, जिससे पता चला कि उपयोगकर्ता कुछ तस्वीरों और टेक्स्ट के साथ एक अच्छा वीडियो कैसे बना सकता है। यदि उपयोगकर्ता के पास कोई चित्र नहीं है, तो वह टेक्स्ट प्रॉम्प्ट के माध्यम से चित्र उत्पन्न कर सकता है और फिर उन्हीं तस्वीरों का उपयोग करके वीडियो बना सकता है।


फिल्म निर्माताओं का फ्लो का उपयोग

डेव क्लार्क, फ्लो को अपनाने वाले पहले फिल्म निर्माताओं में से एक हैं। उन्होंने फ्लो की मदद से अपनी लघु फिल्म 'फ्रीलांसर्स' बनाई, जो दो अलग-अलग दत्तक भाइयों की कहानी है। इसके बाद, हेनरी डोब्रेज ने भी फ्लो का उपयोग किया और 'किट्स्यून' नामक फिल्म का निर्माण किया। वह जल्द ही गूगल के AI का उपयोग करके अपनी अगली फिल्म 'इलेक्ट्रिक पिंक' पर काम शुरू करने वाले हैं। जूनी लाउ ने भी फ्लो की सहायता से 'डियर स्ट्रेंजर' पर काम करना शुरू कर दिया है।


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